क्या है मामला?
बिहार के बेगूसराय जिले से आई यह चौंकाने वाली खबर उन तमाम लोगों के दिल को झकझोर देती है, जो सोचते हैं कि देश की सेवा करने वाले सैनिकों के परिवार को समाज और प्रशासन से सम्मान मिलेगा। लेकिन यहां मामला उल्टा है—एक भारतीय सैनिक के परिवार ने स्थानीय पुलिस पर दुर्व्यवहार और लापरवाही का आरोप लगाया है।
कब और कैसे शुरू हुई घटना?
करीब एक महीने पहले गांव में हुई एक गोलीबारी की घटना ने पूरे इलाके में तनाव फैला दिया था। घटना के दौरान कुछ अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग की, लेकिन पुलिस आज तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई।
पीड़ित परिवार का दावा है कि जब उन्होंने FIR दर्ज करानी चाही, तो पुलिस ने उन्हीं पर दबाव बनाया और धमकाने लगी। सबसे दुखद बात ये है कि इस परिवार का बेटा सेना में कार्यरत है और देश की सरहदों की रक्षा कर रहा है।
परिवार का क्या कहना है?
“हमारा बेटा सरहद पर तैनात है और हम यहां अपने ही देश में अपमान सह रहे हैं। पुलिस न तो जांच कर रही है, न ही हमारी बात सुन रही है,” – सैनिक की माँ ने कहा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस कर्मी घर पर आकर बदसलूकी करते हैं और केस वापस लेने का दबाव डालते हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
गांव के अन्य लोगों ने भी पीड़ित परिवार की बातों की पुष्टि की। एक पड़ोसी ने कहा:
“ये वही परिवार है जिसने अपने बेटे को देश के लिए भेजा है, और आज इन्हें ही सुरक्षा नहीं मिल रही है। यह बहुत शर्मनाक है।”
पुलिस की तरफ से सफाई
स्थानीय थाने के एक अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है और सभी पक्षों की सुनवाई की जा रही है। हालांकि, उन्होंने दुर्व्यवहार के आरोपों को खारिज किया है।
सरकार और प्रशासन से क्या उम्मीद?
अब सवाल यह है कि क्या देश की सेवा करने वालों के परिजनों को भी सिस्टम में इंसाफ के लिए संघर्ष करना होगा? राज्य सरकार और प्रशासन को इस मामले में तुरंत संज्ञान लेना चाहिए:
- आरोपियों की गिरफ्तारी हो
- पुलिसिया व्यवहार की निष्पक्ष जांच हो
- परिवार को सुरक्षा और सम्मान मिले